रविवार, 19 अक्टूबर को भू-चुंबकीय स्थिति मध्यम रूप से अशांत रहेगी, कमजोर चुंबकीय तूफान संभव है। लिखना आईकेआई आरएएस की सौर खगोल विज्ञान प्रयोगशाला के प्रेस सेवा टेलीग्राम चैनल पर।
शोधकर्ता बताते हैं कि भड़कने की गतिविधि ऊंची रहेगी और नीचे की ओर प्रवृत्त होगी (पृथ्वी के लिए कोई खतरा नहीं होगा)।
उनके आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में पृथ्वी पर G1-G2 स्तर (कमजोर और मध्यम) के तूफान देखे गए हैं।
खगोलविदों ने स्पष्ट किया कि सौर ज्वालाओं की गतिविधि में काफी वृद्धि हुई लेकिन धीरे-धीरे कम हो गई और इससे पृथ्वी को कोई खतरा नहीं हुआ।
वैज्ञानिकों का कहना है कि 20 अक्टूबर के मध्य तक भू-चुंबकीय स्थिति पूरी तरह से स्थिर हो जाएगी, जिसके बाद लंबे समय तक शांत रहने की उम्मीद है (लगभग एक सप्ताह)।
विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक सौर गतिविधि के कारण इस महीने लगातार कई चुंबकीय तूफान आए हैं – पिछली भूवैज्ञानिक गड़बड़ी 1 अक्टूबर से 3 अक्टूबर, 12 अक्टूबर तक हुई थी।
















